एंजल्स हाई स्कूल के 5 विद्यार्थियों ने जेईई एडवांस और नीट में लहराया सफलता का परचम
साक्षी गर्ग ने नीट में 720 में से 670 अंक हासिल कर किया शानदार प्रदर्शन
नियमित स्कूली शिक्षा बच्चों को बेहतर करने और हर बार नए रिकॉर्ड बनाने हेतु उनमें विकसित करती है क्षमता : निशा जायसवाल
संवाददाता : हजारीबाग
कैरियर के क्षेत्र में इंजीनियरिंग और मेडिकल का क्रेज आज भी बरकरार है। वर्तमान कैरियर के ढेर सारे विकल्प विद्यार्थियों के पास मौजूद हैं। इसके बाद भी स्टूडेंट्स इंजीनियरिंग और मेडिकल को ही ज्यादातर अपना लक्ष्य बना रहे हैं। एंजल्स हाई स्कूल के विद्यार्थियों ने जेईई एडवांस और नीट में सफल होकर अपना और स्कूल को गौरवान्वित किया है। अपने देश के कठिन परीक्षाओं में से एक नीट (मेडिकल प्रवेश परीक्षा) में स्कूल के 2 विद्यार्थियों ने और जेईई एडवांस में एंजल्स हाई स्कूल के 3 विद्यार्थियों ने सफ़लता प्राप्त कर अपना और स्कूल का परचम लहराया है। नीट (मेडिकल प्रवेश परीक्षा) में एंजल्स हाई स्कूल की छात्रा साक्षी गर्ग और छात्र सौरव सिन्हा ने सफलता प्राप्त की है। छात्रा साक्षी गर्ग ने नीट में 720 अंक में से 670 अंक हासिल कर शानदार प्रदर्शन किया है। वहीं जेईई एडवांस में एंजल्स हाई स्कूल के कुल 3 विद्यार्थियों ने सफलता प्राप्त की है। जिसमें प्रतीश बंसल, शशांक साहा और आयुष अग्रवाल शामिल है। इधर जेईई और नीट के परीक्षा में एंजल्स हाई स्कूल के मेघावी विद्याथियों के शानदार प्रदर्शन पर संपूर्ण स्कूल परिवार गर्व की अनुभूति का सुखद एहसास कर रहा है। स्कूल की निदेशिका निशा जायसवाल ने मेघावी बच्चे को शानदार प्रदर्शन करने पर बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। निशा जायसवाल ने बताया की हर क्षेत्र में एंजल्स हाई स्कूल के बच्चे उत्कृष्ट और सराहनीय प्रदर्शन कर रहे हैं यह हमारे लिए बेहद गर्व की बात है। सीबीएसई के साथ-साथ विभिन्न अखिल भारतीय परीक्षाओं में छात्रों के परिणाम हमारे स्कूल के बच्चों की सराहनीय क्षमता को दर्शाते हैं, जो स्कूल स्तर पर प्रदान की जाने वाली नियमित गुणवत्त शिक्षा का सुखद परिणाम है। नियमित स्कूली शिक्षा और हमारे बच्चों को बेहतर करने और हर बार रिकॉर्ड बनाने की क्षमता प्रदान करती है। निशा जायसवाल ने यह भी कहा कि जिन बच्चों ने जेईई एडवांस और नीट की परीक्षा में सफलता प्राप्त की है उन बच्चों ने सीबीएसई परीक्षाओं में भी शानदार परिणाम प्राप्त किए और 95% एवं उससे अधिक स्कोर तक पहुंचकर स्कूल और जिले का नाम रोशन किया।