जनसंवाद यात्रा का व्यापक राजनीतिक असर, हर तरह होने लगी है स्थानीय मुद्दों की चर्चा
जनता की एक आवाज, हमें चाहिए स्थानीय नेता
कार्यपालिका, न्यायपालिका में हमारे लोग न के बराबर, विधायिका का भी छीना जा रहा हक
झारखंडियों के भोलेपन का गलत लाभ उठाया जा रहा है : संजय मेहता
माटी का कर्ज अदा करना होगा : भुवनेश्वर यादव
संवाददाता : बरही
बरही से शुरू हुई जनसंवाद यात्रा ने अपना व्यापक असर दिखाना शुरू कर दिया है। गाँव -गली में आवाज गूंजने लगी है। चौक चौराहा पर जनसंवाद यात्रा की चर्चा जोरों पर है। जिस इलाके में पहले कभी स्थानीय मुद्दों की चर्चा तक नहीं होती थी आज वहां स्थानीय मसले चर्चा के केंद्र में हैं। जनसंवाद यात्रा के शुरू होने के बाद से अब 1 माह का वक्त गुजर चुका है। पिछले एक माह में नुक्कड़ सभाओं के माध्यम से अलग-अलग इलाकों में जाकर जनता को जागरूक करने का प्रयास किया गया है।
जनसंवाद यात्रा के संदर्भ में बताते हुए संजय मेहता कहते हैं कि हम लोगों ने यह बीड़ा उठाया है कि जनता को जागरूक करेंगे। हमारे इलाके में राजनीतिक चेतना का अभाव है एक बड़ी आबादी शोषित और पीड़ित है। युवा आबादी का पलायन हो जा रहा है। रोजगार और शिक्षा जैसे विषय राजनीति के केंद्र में नहीं है। नफरत और केस मुकदमे की राजनीति इस इलाके की पहचान बन गई है। ऐसे में यह बेहद जरूरी था कि जनता को जागरूक किया जाए। हम लोगों को जनता का अपार साथ मिल रहा है। उरवां मोड में आयोजित जन संवाद यात्रा के तहत सभा में झारखंड के स्थानीय मसलो पर विचार व्यक्त किया गया। कहा गया कि स्थानीय नीति, नियोजन नीति और पुनर्वास नीति झारखंड के भीतर नहीं बनने के कारण एक बड़ी आबादी परेशान है। यहां के लोगों का हक लूटा और छीना जा रहा है। ऐसे में आखिर झारखंड के लोग कहां जाएंगे इन सवालों पर सोचना होगा। गौर करना होगा।
भुवनेश्वर यादव ने कहा कि माटी का कर्ज चुकाने के लिए यहां के लोगों को मैदान में उतरना होगा। उन्होंने आह्वान करते हुए कहा कि बरही की धरती को बचाने के लिए आज से अभी से इसी वक्त से एक नया संकल्प लेने की जरूरत है। जब तक हम संकल्प नहीं लेंगे तब तक हम अगली पीढ़ी के लिए एक बेहतर वातावरण नहीं तैयार कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षा जैसे सवाल पर हमारे इलाके में ढंग के शैक्षणिक संस्थान भी नहीं है। ऐसे में हमारे बच्चे कहां पढ़ेंगे। इन सवालों पर गौर करने की जरूरत है। मंच का संचालन करते हुए रवि सोनी ने कहा कि बरही को अब बदलाव की जरूरत है। साथ ही हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र को भी बदलाव की जरूरत है। बाहरी तत्व के द्वारा अपने क्षेत्र को बर्बाद होते हुए नहीं देखा जा सकता। इस दौरान सभा में महेश रजक, अरूण यादव, रविन्द्र यादव, देवधारी यादव, विकास यादव, मोहम्मद अनवर, सैयद इबरार, सैयद समशुद्दीन, सरयु प्रसाद कुशवाहा , जगदीश राम, सुरेश यादव, रामदेव यादव, पप्पू कुमार यादव, मंगल यादव, दामोदर यादव, शिवशंकर यादव, सिताराम मोदी,राजेन्द्र चौधरी, जागेश्वर यादव ईश्वर राम, संतोष यादव, पिन्टु यादव, सिताराम यादव, तुलसी रविदास, मोहम्मद बब्लु, राजु यादव समेत सैकडों झारखंडी मौजूद थे।