झारखण्ड न्यूज24
संवाददाता-कुन्दन पासवान
सर पर कफ़न बांध कर आवागमन करने को विवश हैं एनटीपीसी के विस्थापित ग्रामीण
एनटीपीसी चट्टी बरियातु कोयला खनन परियोजना से टंडवा एनटीपीसी तक कोयले की ट्रांसपोर्टिंग पब्लिक सड़क से भारी वाहनों हाइवा के द्वारा धड़ल्ले से जारी है। ये वाहन चट्टी बरियातू कोल माइंस से कोयला लेकर टंडवा लाइफ लाइन हुए मुख्य सडक से एनटीपीसी के टंडवा पॉवर प्लांट तक कोयला पहुंचाते हैं। एक ओर जहाँ पॉवर प्लांट में कोयले की आपूर्ति हो रही है तो पब्लिक सड़क से कोयले की ट्रांसपोर्टिंग होने से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है इन्हें अब जान माल का डर सात रहा है।लबनिया मोड़ से बसरिया मोड़ तक सड़क के दोनों घरों में रहने वाले लोग ट्रांसपोर्टिंग से उड़ते धूल के कारण अब परेशान हैं। ग्रामीणों का कहना है की कोयला ढुलाई के लिए कम्पनी को अपना अलग सड़क बनाना चाहिए था लेकिन दुर्भाग्य है की कम्पनी ग्रामीण जनता को भय दिखाकर बाजबरण ग्रामीण सड़क का उपयोग कोयले की ट्रांसपोर्टिंग के लिए कर रही है।चूँकि टंडवा ब्लॉक रोड होते सड़क पर आम जनता आवागमन करती है लेकिन कोयले की ट्रांसपोर्टिंग से यमराज रूपी हाइवा से लोग भयभीत हैं।राहगीरों में लगातार डर बना रहता है की पता नहीं कब जान चली जाय लोग सर पर कफ़न बांध कर यात्रा करने को विवश हैं। बीते दिनों कई राहगीर इन हाइवा के चपेट में आकर घायल हो चुके हैं।वहीँ कृषक वर्ग के ग्रामीण कहते हैं की हमलोग खेती कर के जीविको पार्जन करते थे लेकिन एनटीपीसी द्वारा ट्रांसपोर्टिंग से कोयले की उड़ती धूल के कारण अब खेती करना भी मुश्किल लग रहा है।बावजूद भी अब तक वैकल्पिक सड़क की व्यवस्था नहीं कर पाई है।