एक और बिष्णुगढ के प्रवासी मजदूर की चेन्नई में मौत, शव मंगवाने की सरकार से गुहार
विष्णुगढ़ : अमूल्य चंद्र पांडे
झारखंड के प्रवासी मजदूरों की मौत का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। इसी क्रम में हजारीबाग जिले के बिष्णुगढ थाना क्षेत्र अंतर्गत करगालो के मजदूर की मौत रविवार के दिन चेन्नई में हो गयी। खबर सुनकर परिजनों ने अंतिम दर्शन के लिए शव को पैतृक स्थान कर गालों लाने के लिए सरकार से गुहार लगाई है। सनद रहे किबिष्णुगढ थाना क्षेत्र अंतर्गत करगालो निवासी झालू महतो के 50 वर्षीय पुत्र भुनेश्वर महतो की चेन्नई में आकस्मिक निधन हो गयी है मृत्यु की सूचना पाकर परिजनो का रो-रोकर बुरा हाल हैं। गांव वाले भी शोक में हैं। मृतक भुनेश्वर महतो चेन्नई में प्रिंस कार्टून एण्ड कंटेनर कंपनी में काम करता था।भुनेश्वर महतो अपने पीछे पत्नी, दो पुत्र और दो पुत्री को छोड़ गया। वह घर का एकलौता कमाऊ व्यक्ति था। घर की आर्थिक स्थिति ठीक नही होने के कारण शव को चेन्नई सेलाने में असमर्थ हैं।
इस घटना को लेकर प्रवासी मजदूरों के हित में कार्य करने वाले समाजसेवी सिकन्दर अली ने संवेदना प्रकट की है। उन्होंने सरकार से शव को पैतृक निवास लाने की अपील करते हुए कहा कि झारखंड के नौजवानों की मौत के मुंह में समा जाने की यह पहली घटना नहीं है।इससे पहले भी कई लोगों की मौत हो चुकी है। रोजी-रोटी की तलाश में परदेस गये प्रवासी झारखंडी मजदूरों की मौत का सिलसिला जारी है। हर रोज प्रदेश के किसी न किसी इलाके से प्रवासी मजदूर की दूसरे राज्यों या विदेश में मौत की खबरें आ रही है। सरकार को झारखंड में ही रोजगार की व्यवस्था करनी चाहिए ताकि मजदूरो का पलायन रोका जा सके।