अधीर रंजन चौधरी तुरंत अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए अड़े, हंगामा, लोकसभा सोमवार तक स्थगित
एजेंन्सी
नई दिल्ली– मानसूत्र सत्र के सातवें दिन आज शुक्रवार को लोकसभा में भारी हंगामा हुआ । मणिपुर को लेकर आज विपक्षी सदस्य अविश्वास प्रस्ताव पर तुरंत चर्चा की मांग पर अड़ गये । विपक्ष आज कुछ और ही मूड में था आज प्रश्नकाल शुरू होते ही कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने एक बार फिर अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की मांग की, इस क्रम में अधीर रंजन ने 1978 में मोरारजी देसाई सरकार के खिलाफ लाये गये अविश्वास प्रस्ताव का उदाहरण दिया । उन्होंने कहा कि उस समय अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस स्वीकार करने के तुरंत बाद ही इस पर चर्चा शुरू कर दी गई थी। जान लें कि उस समय मोरारजी देसाई को अविश्वास प्रस्ताव पर हार का सामना करना पड़ा था अधीर रंजन की इस मांग पर सरकार की ओर से संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने जवाब दिया । उन्होंने कहा कि चर्चा के नियमानुसार 10 दिन का समय है और सरकार के पास बहुत से कहीं अधिक नंबर हैं बता दें कि कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन इंडिया के अन्य घटक दल मानसून सत्र के पहले दिन से ही मणिपुर में जातीय हिंसा के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी से संसद में वक्तव्य देने और चर्चा कराये जाने की मांग कर रहे है । इस मुद्दे पर हंगामे के कारण दोनों सदनों में कार्यवाही बाधित रही है कांग्रेस ने मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर संसद में जारी गतिरोध के बीच बुधवार को लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था , जिस पर सदन में चर्चा के लिए मंजूरी दे दी गयी थी । उस दिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा था कि वह सभी दलों के नेताओं से बातचीत करने के बाद इस प्रस्ताव पर चर्चा के लिए तिथि तय करेंगे । राज्यसभा की बात करें त आज यहां सभापति जगदीप धनखड़ और तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ’ब्रायन के बीच तीखी नोकझोंक हुई। इसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही 11 बजकर 27 मिनट पर दिन भर के लिए स्थगित कर दी गयी ।