सऊदी अरब में फंसा बिष्णुगढ का युवक, परिजनों ने मदद की लगाई गुहार
अमूल्य चंद्र पांडेय
विष्णुगढ़
अपने माता-पिता एवं परिवार जनों के अरमानों एवं सपनों को साकार करने के लिए विदेश जाने वाले हजारीबाग जिले के बिष्णुगढ थाना क्षेत्र अंतर्गत सिरैय के रहनेवाले भीम ठाकुर जो दलालो के चंगुल में फंस गये हैं। चंगुल में फंसे युवक के परिजनों ने उसे आजाद करवाकर सकुशल घर वापसी के लिए सरकार से गुहार लगाई है।बताते चलें कि बच्चों की ख्वाहिशों को पूरा करने के लिए एक खुशहाल जिंदगी का सपना लिए हजारीबाग जिले के अंतर्गत बिष्णुगढ प्रखंड के सिरैय निवासी स्वर्गीय छत्रु ठाकुर के 35 वर्षीय पुत्र भीम ठाकुर जो पिछले नौ महीने पूर्व सऊदी अरब में कमाने के लिए गए थे।उसको लगा कि हम वहां कमा कर अपने बच्चों का पेट पाल सकते हैं लेकिन उसको क्या पता था कि सऊदी अरब जाने के कुछ दिन बाद ही उसका मालिक हैवान बन जाएगा और उसको यातनाएं देगा।तड़पता हुआ भीम अपने परिजनों को मोबाइल से फोन करता है और गुहार लगाता है कि मेरी मदद कीजिए, हमें बचा लीजिए। अब परिवार वाले भी सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं।भीम ठाकुर की विधवा माता चिंता देवी ने बताया कि नौ महीने पूर्व एजेंट के माध्यम से हमारा बेटा सउदी अरब गया था। जहां उन्हें बंधक बनाकर काम कराया जा रहा हैं। न ही उन्हे वेतन दिया जा रहा हैं और न ही ठीक ढंग से खाने पीने दिया जा रहा हैं। उपर से विरोध करने पर उन्हें यातनाएं झेलनी पड रही हैं। बेटे ने फोन पर उन्होंन बताया कि कफील(मालिक) ने उनके उपर मुकदमा कर दिया है।भीम ठाकुर परिवार का इकलौता चिराग हैं। जो परिवार का पालन पोषण के लिए रोजी रोटी की तलाश में सऊदी गया हुआ था। इधर उसके पिता भी चल बसे।भीम के छोटे- छोटे दो पुत्र प्रिंस कुमार 9 वर्ष और प्रतिक कुमार 6 वर्ष का हैं।प्रवासी मजदूरों के हित में काम करने वाले सिकन्दर अली ने कहा कि विदेश में नौकरी की जांच-पड़ताल किए बगैर एजेंट पर भरोसा करने वाले कई लोग वहां मुश्किल में फंस रहे हैं।विदेशों में झारखंड के प्रवासी मजदूरो को बंधक बनाने और वेतन नहीं देने के मामले हमेशा सामने आते रहे हैं। उन्होने सरकार से मदद करने की अपील की है। अभी भी सऊदी अरब में झारखंड के 45 मजदूरों में फंसे हुए हैं। ऐसे में तत्काल सभी फंसे मजदूरों की सकुशल वतन वापसी करायी जाय।