बूढ़ा खाप से रांची राजभवन तक पैदल यात्रा में शामिल हुए संजय मेहता
कंपनी की मनमानी नही चलेगी : संजय
संवाददाता : बरही/रामगढ़
रामगढ़ के बुढ़ाखाप करमा में आलोक स्टील फैक्टरी की मनमानी के खिलाफ स्थानीय लोगों का आंदोलन लगातार जारी है। इसी कड़ी में गुरुवार को आंदोलन कर रहे लोगों ने रामगढ़ के बुढ़ाखाप से रांची राजभवन तक पैदल यात्रा कर विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन को समर्थन देने संजय मेहता भी गुरुवार को रामगढ़ पहुंचे। उन्होंने पैदल यात्रा कर कंपनी के खिलाफ विरोध जताया। स्थानीयता, नियोजन, जल, जंगल, जमीन बचाने की लड़ाई लड़ रहे संजय मेहता ने कहा कि झारखंड में कंपनियों की मनमानी से आम लोगों का जीवन स्तर हाशिए पर चला गया है। उन्होंने कहा कि झारखंड में जितनी भी फैक्टरियाँ लगी है सभी सिर्फ अपने लाभ को देखते हैं। आम लोगों की चिंता नहीं करते। ग्रामीणों को बड़े-बड़े सपने दिखाकर जमीनें ले लेते हैं एवं विस्थापितों को रोजगार, पुनर्वास, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी कोई भी सुविधा नही देते। जबकि झारखंड के निजी कंपनियों में 75 प्रतिशत रोजगार वहाँ के स्थानीय लोगों को देने की बात सरकार ने कानून बनाकर कही है। अब झारखंड में इन कंपनियों की मनमानी नही चलेगी। हम एकजुट होकर अपने हक और अधिकारों के लिए लड़ेंगे। अपनी आवाज बुलंद करेंगे।
क्या है मामला
झारखंड के रामगढ़ जिले के क्षेत्र में एक बुढाखाप गाँव है। जहाँ आलोक स्टील नाम की एक कंपनी स्थापित है इस कंपनी के प्रदूषण से गाँव के लोगों का जनजीवन प्रभावित हो गया है। पानी की गुणवत्ता खराब हो गयी है। खेत बर्बाद हो गए हैं। जंगल काट दिए जा रहे हैं। महिलाओं की प्रजनन क्षमता प्रभावित हो रही है। लोग बीमार हो रहे हैं। कैंसर हो रहा है। साँस से जुड़ी बीमारियाँ हो रही हैं। खेतों, घरों में चिमनियों का परत जम जा रहा है। कोई नहीं सुन रहा है। लंबे समय से आंदोलन चल रहा है। अंततः ग्रामीणों ने राँची पैदल यात्रा कर विरोध जताया है। राजभवन के समक्ष लोग अपनी माँगों को रखेंगे। संजय मेहता ने कहा कि हमने इस मामले को लेकर केंद्रीय मंत्रालय को लिखा लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।