वर्चुअल तरीके से बिहार झारखंड के सैकड़ों छात्र व छात्राओं के साथ डॉ अरविन्द आनन्द ने किया योग
संवाददाता – हंसराज चौरसिया
झारखंड / रांची –
योग जीवन का वह दर्शन है जो मनुष्य को उसकी आत्मा से जोड़ता है। योग हमारे शरीर, मन और भावना को स्थिर और नियंत्रित भी करता है। आत्मा का परमात्मा से जुड़ना यहां अभीष्ट है। योग की पूर्णता इसी में है कि जीव भाव में पड़ा मनुष्य परमात्मा से जुड़कर अपने निज आत्मस्वरूप में स्थापित हो जाए।
उक्त बातें बुधवार सुबह अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर वर्चुअल तरीके से बिहार और झारखण्ड के सैकड़ों छात्र व छात्रों को योगाभ्यास के दौरान संबोधित करते हुए मारवाड़ी महाविद्यालय के असिस्टेन्ट प्रोफेसर डॉ. अरविन्द आनन्द ने कहा । उन्होंने आगे कहा कि इस वर्ष योग दिवस 2023 की थीम वसुधैव कुटुंबकम के लिए योग’
रखी गई है। वसुधैव कुटुंबकम का अर्थ है- धरती ही परिवार है। इस थीम का उद्देश्य धरती पर सभी लोगों को एक परिवार के रूप में स्वास्थ्य के लिए योग को अपनाना चाहिए।