श्रीदस स्कूल के निदेशक रोहित सिंह ने लीवर पीड़ित महिला को रक्तदान कर बचाई जान
38वीं बार मानव धर्म का पालन कर रक्तदान के माध्यम से किसी की जान बचाना सौभाग्य समझता हूं : रोहित सिंह
संवाददाता : बरही
श्रीदस इंटरनेशनल स्कूल के निदेशक रोहित सिंह ने रक्तदान कर मानवता का परिचय दिया है। राँची के सैमफोर्ड हॉस्पिटल में भर्ती महिला को रक्तदान कर जान बचाई है। पोखरिया, बगोदर, गिरिडीह निवासी लक्ष्मी देवी पति घंगाघर प्रजापति जो लिवर प्रोमलब से पीड़ित है जिसे 2 यूनिट रक्त की जरूरत थी। इसकी सूचना जैसे ही श्रीदस इंटरनेशनल स्कूल के संचालक सह प्राचार्य रोहित सिंह को मिली उन्होंने तत्काल परिजनों से संपर्क कर पीड़ित महिला को एक यूनिट रकदान किया। साथ ही साथ पत्रकार योगेंद्र प्रजापति ने भी एक यूनिट दे कर सहयोग किया। ज्ञात हो कि रोहित सिंह हमेशा से आगे बढ़कर जरूरतमंदों को रक्तदान कर महान कार्य में अपना योगदान देते है। रक्तदान कर किसी की जिंदगी बचाना वे अपना सौभाग्य मानते हैं। इस बार उन्होंने 38वीं बार रक्तदान कर अपनी जिंदादिली और मानवता का परिचय दिया है।
रोहित सिंह ने कहा कि हम किसी एक व्यक्ति जो जीवन के लिए संघर्ष कर रहा हो उसे जीवन दान दे तो यह एक महान कार्य है। रक्तदान को महादान इसलिए कहा जाता है, क्योंकि रक्त की कुछ मात्रा किसी का जीवन बचा सकती है। चिकित्सालयों में आज भी कई रोगों से पीड़ित मरीज या अनेक सडक हादसों में घायल युवा इसलिए दम तोड देते हैं, क्योंकि समय पर उन्हे रक्त नहीं मिल पाता है। ऐसा ही कुछ उन गर्भवती स्त्रियों के साथ होता है, जिन्हे प्रसव के दौरान रक्त की आवश्यकता के समय रक्त नहीं मिल पाता है। इसलिए रक्तदान एक महान दान है, खासकर युवाओं को इसमें बढचढकर हिस्सा लेना चाहिए।