आम्रपाली कोल परियोजना के विस्थापित रैयतों की हुई बैठक
नौ साल की उपरांत भी बिजली,पानी,शिक्षा,स्वास्थ्य चिकित्सा नदारद:-रैयत प्रमोद वर्मा
टंडवा
आम्रपाली कोल परियोजना संबंधित विस्थापित भू-दाताओं द्वारा एक बैठक कुमरांग खुर्द के देवी मंडप में की गई जिसकी अध्यक्षता पोकला उर्फ कसियाडिह पंचायत के मुखिया पति गोपाल महतो एवं संचालन सुंडी समाज के जिला महामंत्री सह भू-रैयत विजय साहु द्वारा की गई। आम्रपाली कोल परियोजना के अंतर्गत विस्थापित गांव के कुमरांग खुर्द,कुमरांग कला,बिंगलात,उड़सू,होन्हे के ग्रमीण बैठक में शामिल हुवे। रैयतों द्वारा कोल माइंस से प्रभावित समस्यों को लेकर एक-एक कर बात रखी गई।भू-दाताओं द्वारा बेरोजगारों को रोजगार,रैयती भूमि तथा गैरमजरूआ भूमि को सीसीएल द्वारा एक साथ सत्यापन कर नौकरी मुआवजा देने की मांग एवं अन्य समस्यों पर विचार विमर्श किया गया। सुंडी समाज महामंत्री विजय साहू ने कहा कि सीसीएल की नीति कहनी और कथनी में कोई अंतर नहीं रहा सीसीएल के अधिकारियों की मनमानी से यहां के रैयत क्षुब्ध हैं जो रैयत अपनी अधिकार के बात करतें हैं उसे झूठे आरोप लगा कर दबा दिया जाता है,आगे बात रखते हुवे कहा कि आम्रपाली परियोजना से ग्रामीणों को जो दंश झेलना पड़ रहा है उससे निजात पाने के लिए सभी ग्रामीण एक होकर अधिकार के लिए आंदोलन के तहत लड़ाई लड़ेंगें।
बिंगलात निवासी प्रमोद वर्मा ने कहा कि सीसीएल खुले नौ वर्ष हो जाने के बाद भी यहां के रैयतों को विस्थापन के लिए सीसीएल जगह तक तय नहीं कर पाई है जो जीता जगता उदाहरण कुमरांग कला के टोला मनवाटोंगरी है जो वहां के लोग आज भी कोयले की धूलकण से बेहाल हैं, शिक्षा देने की बात हो या बिजली,पानी सीसीएल नाकाम रहा है जो अब सहनयोग्य नहीं है क्या यंहा की भू-दाता सिर्फ धूलकण से बीमार के शिकार होंगें,इसके लिए ग्रमीण जनता एक हो कर सीसीएल के विरुद्ध मोर्चा खोल आंदोलन करने की बात कही।अंत में उपस्थित ग्रामीणों द्वारा निर्णय लिया गया कि सीसीएल आम्रपाली माइंस के अंतर्गत भूमि सत्यापन करते हुए नौकरी, मुआवजा समान रुप देने की मांग, बेरोजगारों को रोजगार देने हेतु,आम्रपाली कोल परियोजना क्षेत्र में आने वाले सभी विस्थापित गांवों को मूल-भूत सुविधा देने की बात रखी गई, उपस्थित ग्रामीणों में भुवनेश्वर साहू, बद्री साहू,लखन साहू, प्रमोद वर्मा,सुरेंद्र साहू, इंद्रदेव साहू, सीताराम साहू,गजाधर साहू, बिनोद मंडल,पवन कुमार, विकास साव,लक्ष्मण यादव, दामोदर साव एवं सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे।