झारखण्ड न्यूज24,
सवांददाता-कुन्दन पासवान
टंडवा:-(चतरा)पिपरवार एरिया के रेलवे साइडिंग के विस्थापित राजधर,बहेरा के ग्रामीण रैयतों के द्वारा भूमि के बदले मिलने वाली सुविधा नौकरी,मुआवजा की मांग को लेकर 28 मार्च बंदी स्थगित के बाद सीसीएल पिपरवार प्रबंधन द्वारा पहल नहीं करने से आक्रोश रैयतों ने सोमवार से राजधर साइडिंग बंदी का ऐलान किया है। बताया गया की सीसीएल पिपरवार प्रबंधक और सीसीएल मुख्यालय रांची के पदाधिकारियों द्वारा झूठा आश्वासन देने और स्थगित समय के अंदर रैयतों के मांग को पूरा कर देने का विश्वासघात किया जिससे विस्थापित लोग हैं नाराज। पदाधिकारियों द्वारा रैयतो को जानबूझकर काजी प्रक्रिया में कई तरह का खामीयां निकाल कर परेशान किया जा रहा है।विस्थापित रैयत खुर्शीद अंसारी,फहीम राज द्वारा आरोप लगाया कि सीसीएल के मिलीभगत से भू-माफिया और उसके रिश्तेदार को ऐसे हीं कई मौजा में झूठ और जाली दस्तावेज के आधार पर सीसीएल नौकरी देने का काम किया है। और इन मौजा के जो हकीकत रैयत है। जिनके पूर्वज के दखल कब्जा है उस रैयतों को दरकिनार किया जा रहा है। सीसीएल द्वारा सिर्फ बंदी को स्थगित कराकर अपना खनन कार्य कर लिया जाता है। आश्वासन देने के बाद भी सीसीएल प्रबंधन रैयतों के मांग पूरा नहीं किया।जिससे आक्रोशित रैयतों ने सोमवार से राजधर साइडिंग का कार्य अनिश्चितकालीन के लिए बंदी का ऐलान किया है।