May 19, 2024
Jharkhand News24
Other

आदिवासी भूमिज समाज का एक प्रतिनिधिमंडल विधायक संजीव सरदार के नेतृत्व में मुख्यमंत्री से मिला

Advertisement

*आदिवासी भूमिज समाज का एक प्रतिनिधिमंडल विधायक संजीव सरदार के नेतृत्व में मुख्यमंत्री से मिला*

*पोटका/पूर्वी सिंहभूम/झारखण्ड*

Advertisement

*सुरेश कुमार महापात्रा की रिपोर्ट*

पोटका : झारखंड राज्य कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा मे भूमिज भाषा को जनजातिय भाषा के रूप मे शामिल करने की मांग को लेकर भारतीय आदिवासी भूमिज समाज का एक प्रतिनिधिमंडल विधायक संजीव सरदार के नेतृत्व मे झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिला।इस दौरान विधायक रामदास सोरेन एवं विधायक समीर महंती मौजूद रहे। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को एक ज्ञांपन सौंपा, जिसमें कहा गया है कि झारखंड के 32 जनजातिय मे शामिल भूमिज जाति की अपनी मातृभाषा भूमिज है, जबकि लिपि के रूप ओल ओनोल है। भूमिज जनजाति के लोग मुख्यत: पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसांवा, रांची, धनबाद आदि जिला मे निवास करते है और जिसका आबादी लगभग 3.5 लाख है। भूमिज जनजाति के मातृभाषा भूमिज को झारखंड राज्य मे द्धितीय राजभाषा का दर्जा प्राप्त है। झारखंड सरकार के कार्मिक, प्रशासनिक एवं राजभाषा विभाग के पत्रांक- 11/कचआ/02-04/2016/953 रांची, दिनांक-18.02.2022 के आलोक मे झारखंड राज्य कर्मचारी चयन आयोग द्वारा मैट्रीक तथा इंटरमीडियट स्तर की परीक्षाओं मे जिला स्तरीय पदो के लिए पत्र-2 में जिलावार जनजातिय भाषाओं मे भूमिज को पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम एवं सरायकेला-खरसांवा जिला मे शामिल किया गया था। परंतु वर्तमान मे झारखंड सरकार के द्वारा प्रकाशित गजट संख्या-145, दिनांक- 13.03.2023 के झारखंड कर्मचारी चयन आयोग परीक्षा मे पत्र-2 के जनजातिय भाषा के रूप मे भूमिज को शामिल नही किया गया है। मैट्रीक-इंटर स्तर के परीक्षा मे पत्र-2 के रूप मे जनजाति भाषा भूमिज को शामिल नहीं किये जाने से भूमिज भाषा की लोकप्रियता घटेगी और पढ़ाई के रूची भी कम होगा, इस स्थिति मे भूमिज भाषा लोप होने का संकट आ जायेगा। अत: झारखंड राज्य कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा मे भूमिज भाषा को जनजातिय भाषा के रूप मे शामिल किया जाए।इस दौरान भारतीय आदिवासी भूमिज समाज के राष्ट्रीय महासचिव दिनेश सरदार, युधीष्ठीर सरदार, मेयलाल सरदार, बिमल सरदार, सर्वेस्वर सरदार आदि शामिल थे।

Related posts

हरिणा मे सरहुल महोत्सव का भव्य आयोजन कल, तैयारी पूरी

hansraj

तारा पब्लिक स्कूल में रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन अच्छा प्रदर्शन करने वाले बच्चों को किया गया पुरस्कृत

hansraj

रसोईया सह सहायिका को नहीं मिला 10 माह से मानदेय, मुखिया देवी कुमारी ने उपायुक्त को लिखा पत्र

hansraj

विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर आज पर्वत विहार पार्क, जामताड़ा में वन प्रमंडल जामताड़ा के सौजन्य से आयोजित कार्यक्रम संपन्न उपायुक्त फ़ैज़ अक अहमद मुमताज (भा०प्र०से०), पुलिस अधीक्षक श्री मनोज स्वर्गियारी (भा०पु०से०), वन प्रमंडल पदाधिकारी बनकर अजिंक्य देवीदास एवं अनुमंडल पदाधिकारी श्री संजय पांडेय द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया गया कार्यक्रम का शुभारंभ इस वर्ष की थीम “वन एवं स्वास्थ्य (फॉरेस्ट एंड हेल्थ)” पर मनाया गया कार्यक्रम पर्यावरण अनुकूल जीवन शैली को अपनाएं – उपायुक्त आज दिनांक 21.03.2023 को विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर पर्वत विहार पार्क जामताड़ा में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी, फ़ैज़ अक अहमद मुमताज (भा०प्र०से०), पुलिस अधीक्षक मनोज स्वर्गियारी (भा०पु०से०), वन प्रमंडल पदाधिकारी बनकर अजिंक्य देवीदास एवं अनुमंडल पदाधिकारी संजय पांडेय द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इससे पूर्व सभी अतिथियों को पौधा देकर सम्मानित किया गया।सभी के सामूहिक प्रयास से ही पर्यावरण संरक्षण को मिलेगा बढ़ावा – उपायुक्त वन हमारे बहुमूल्य प्राकृतिक संसाधन, इनका संरक्षण एवं संवर्धन में सभी अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें उपायुक्त कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि आज के समय में वन का क्या महत्व है इसे बताने की आवश्यकता नहीं है। हम सभी अपने अस्तित्व के लिए जंगलों पर निर्भर हैं। वन सभी जीव-जंतुओं का आवास स्थान और भोजन का जरिया है तथा इसी से हमारा जीवन है। उन्होंने कहा कि आधुनिकता और विकास के नाम पर वनों की अत्यधिक कटाई और उसके अनुरूप पौधे नहीं लगाने के कारण पूरे विश्व में पर्यावरण संकट गहराया हुआ है। जिसका परिणाम यह है कि समय पर बारिश नहीं होती है, गर्मी अत्यधिक पड़ती है। मौसम अनियमित हो गए हैं जिसका दुष्परिणाम हमारे स्वास्थ्य पर भी हो रहा है। जैसा कि इस वर्ष का थीम भी वन एवं स्वास्थ्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संकट से बचने के लिए हमें प्रकृति अनुकूल जीवन शैली को अपनाना आवश्यक हो गया है साथ ही कहा कि सरकार एवं वन विभाग के द्वारा पर्यावरण संरक्षण हेतु कई कार्यक्रम किए जा रहे हैं लेकिन सिर्फ सरकार एवं प्रशासन के प्रयास यह सफल नहीं होगा, जब तक कि आमलोग वन एवं पर्यावरण के महत्व को नहीं समझेंगे। इसमें सभी की सहभागिता बेहद जरूरी है। उन्होंने अपील किया कि वन को बचाने, अधिक से अधिक पेड़ लगाने, पर्यावरण अनुकूल जिंदगी जीने, पशु पक्षी अन्य जीवों को उचित प्रश्रय देने सहित कई प्रयास करने की आवश्यकता है। वन हमें हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत कुछ देते हैं। वे पानी को शुद्ध करते हैं, हवा को साफ करते हैं, जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए कार्बन अवशोषित करते हैं, भोजन और जीवन रक्षक दवाएं प्रदान करते हैं, और हमारी स्वास्थ्य में सुधार करते हैं। इस बहुमूल्य प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करना हम पर ही निर्भर है। यह हमारी जिम्मेवारी है हम इसका संरक्षण एवं संवर्धन करें। पेड़ पौधे से हमें प्राणवायु मिलती है – पुलिस अधीक्षक वहीं पुलिस अधीक्षक ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व में वनों के महत्व को कम करके नहीं आंका जा सकता। अपने अस्तित्व के लिए सभी जंगलों पर निर्भर हैं। पेड़ पौधे से हमे प्राणवायु मिलती है, लेकिन बढ़ती जनसंख्या एवं विकास के नाम पर प्रतिदिन वनों की कटाई की जा रही है जो भविष्य के लिए खतरे का संकेत है। उन्होंने कहा कि वनों के महत्त्व को उजागर करने और इनके प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए ही प्रतिवर्ष विश्व वानिकी दिवस के रूप में मनाया जाता है। लेकिन इसे सिर्फ मनाने से नहीं बल्कि असल मूल्य में जागरूक होकर वनों की सुरक्षा एवं संरक्षण करने से ही इस संकट से उबरा जा सकता है। पर्यावरण अनुकूल व्यवहार को सभी लोग अपनाएं – वन प्रमंडल पदाधिकारी इस मौके पर वन प्रमंडल पदाधिकारी ने वन एवं पर्यावरण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत सरकार के द्वारा मिशन लाइफ शुरू किया गया है जिसके माध्यम से 7 श्रेणियों ऊर्जा की बचत, पानी की बचत, सिंगल यूज प्लास्टिक का कम से कम उपयोग, टिकाऊ खाद्य प्रणाली, अपशिष्ट में कमी, स्वस्थ जीवन शैली अपनाने सहित ई कचड़ा प्रबंधन के अंतर्गत 75 जीवनशैली क्रियाओं की सूची जारी किया गया है जिसके समुचित प्रयोग से जलवायु अनुकूल व्यवहार को बढ़ावा प्रदान करना उद्देश्य है। उन्होंने अपील किया कि पर्यावरण अनुकूल व्यवहार को सभी लोग अपनाएं। उपायुक्त ने जामताड़ा नेचर क्लब की रखीं नींव; लोगों की भागीदारी बढ़ाना इसका उद्देश्य कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त द्वारा जामताड़ा नेचर क्लब की नींव रखी गई। जिसका मुख्य उद्देश्य लोगों की पर्यावरण के प्रति समुचित भागीदारी एवं जागरूकता का प्रसार करना है ताकि लोग इसके प्रति भलीभांति अवेयर हो सकें। उपायुक्त सही अन्य वरीय पदाधिकारियों ने किया पौधारोपण; पक्षियों के पानी पीने के लिए रखे पानी से भरे घड़े वहीं इस दौरान उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक, वन प्रमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पदाधिकारी के द्वारा पौधारोपण कर एक सकारात्मक संदेश दिया गया। साथ ही पर्वत विहार में पक्षियों के लिए पानी की पर्याप्त व्यवस्था को लेकर पानी से घड़े भी रखे। इस मौके पर उपरोक्त के अलावा संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी तथा पर्यावरण प्रेमी आदि उपस्थित थे।

hansraj

जे एस एल पी एस ने जामदा पंचायत के कई गांव में चलाया मतदाता जागरूकता अभियान

hansraj

विद्युत आपूर्ति के कई ज्वलनशील समस्याओं के समाधान के लिए महाप्रबंधक को सौंपा ज्ञापन

hansraj

Leave a Comment