आजसू पार्टी देवघर जिलाध्यक्ष आदर्श लक्ष्य ने देवघर के शहरी इलाकों का किया दौरा
इस भीषण गर्मी में अनियमित पेय जलापूर्ति है लोगों की मुख्य समस्या: आदर्श
झारखंड न्यूज़ 24
देवघर
उमेश चन्द्र मिश्रा
आज रविवार को आजसू पार्टी देवघर जिलाधयक्ष आदर्श लक्ष्य ने देवघर के शहरी इलाकों में जल संकट से जूझ रहे लोगों से मुलाकात की। इस दौरान लोगों ने जिलाध्यक्ष से देवघर नगर निगम की अनियमित रूप से टैंकर भेजने को लेकर शिकायत की। इसके साथ ही पेयजल आपूर्ति योजना के तहत अब तक घरों तक पाइप ना बिछना आदि समस्याऍं बताई। लोगों ने बताया कि कितने ही मोहल्लों की गली में आज तक सप्लाई वाटर नहीं आया है। उक्त जगहों पर लोग नगर निगम के चक्कर काटते – काटते थक गए हैं। हार कर अब पानी खरीद कर पीते हैं। कई मोहल्लों में पानी की अनियमित सप्लाई देखने को मिलती है। वहीं जिलाध्यक्ष आदर्श लक्ष्य ने कहा कि दौरे के दौरान कई लोगों ने कहा कि नल जल कनेक्शन भी अनियमित रूप में पानी मुहैया कराती है। मोहल्ले के लगभग 25 से अधिक चापाकल खराब ही पड़े हुए हैं। सप्ताह में 1 दिन निगम से टैंकर आता है। प्राइवेट टैंकर से पानी खरीदकर पीना पड़ता है। मौके पर जिलाध्यक्ष श्री लक्ष्य ने कहा कि लगभग 2 लाख की आबादी वाले देवघर नगर निगम क्षेत्र में 60 हजार घर हैं। देवघर में 38.89 मिलियन लीटर पानी का खपत है, जबकि देवघर नगर निगम मात्र 25 एमएलडी पानी ही उपलब्ध करा पा रहा है। यानी की शहर के लोगों को अब भी करीब 13 मिलियन लीटर पानी हर दिन कम आपूर्ति हो रही है, जिसका देवघर में असर देखा जा रहा है। हर दिन जल संकट से जूझ रहे लोगों के जीवन का एक हिस्सा पानी की जुगाड़ में ही गुजर जा रहा है। निगम क्षेत्र में तेजी से बढ़ती आबादी को देखते हुए सर्वेक्षण के अनुसार 2030 तक लगभग 79.89 एमएलडी पानी की खपत होगी। शहर के अधिकतर इलाके सूखा प्रभावित हो चुके हैं। लगभग हर मोहल्ले में लोगों को इस संकट का सामना करना पड़ रहा है। नगर निगम से पर्याप्त जलापूर्ति नहीं होने के कारण लोगों को बोरिंग कराना पड़ रहा है। लोगों की दिनचर्या पानी पर ही टिकी हुई है। लोग अपना कामकाज छोड़कर सबसे पहले पानी की व्यवस्था में जुट जाते हैं। नलों पर पानी की सप्लाई शुरू होने की सूचना मिलते ही बड़ों से लेकर बच्चे तक डिब्बे लेकर पानी के लिए कतारों में लग जाते हैं। इस दौरान ऑफिस, दुकाने, रोजगार सब छोड़कर लोगों की प्राथमिकता घरों के लिए पानी की व्यवस्था करनी हो जाती है। अगर पेयजल आपूर्ति योजना समय पर पूरी हो जाती तो यह दिक्कत नहीं होती। अब देवघर के लोगों की प्यास बुझाने की बहुत बड़ी उम्मीद पेयजल आपूर्ति योजना और पुनासी जलाशय पर ही टिकी है। टंकी पर पानी चढ़ाकर शहर में जलापूर्ति करनी है।