पुजा समिति ने राधाकृष्ण पंच मंदिर को सुरक्षित रखने हेतु उपायुक्त को सौपा आवेदन
शिव शंकर शर्मा
इचाक :
हजारीबाग का धरोहर व प्राचीन राधाकृष्ण पंच मन्दिर जिसका निर्माण 150 वर्षों पूर्व मो० मैदा कुंवरी पति स्व०हरि साहू के द्वारा कराई गई थी। उनका कोई वंश नहीं था इसलिए अपने जीवित रहते ही उन्होंने हजारीबाग निबन्धन कार्यालय में दि० 05.12.1901 को पंच मन्दिर के महंत एवं भक्तगणों की मौजूदगी में श्री ठाकुर जी के नाम से केवाला कर दिया। पंच मंदिर के रख रखाव, पूजा पाठ,और धार्मिक अनुष्ठान संपन्न करने के लिए बड़कागाँव के सैकड़ों एकड़ जमीन का भी केवाला कर दी थी। इसके बाद 1963 मे पंच मंदिर के महंत एवं हजारीबाग के भक्तगणों के सहमति से धार्मिक न्यास परिषद पटना के अधीन न्यास बोर्ड का गठन किया गया था. जिसके पदेन अध्यक्ष अनुमंडल पदाधिकारी सदर को बनाया गया। तब से अब तक सबकुछ ठीक ही चल रहा था. लेकिन अचानक 50 वर्ष के बाद NTPC का आगमन हुआ.और बड़कागाँव के जमीन का करोड़ों रुपये मे मुआवजे की बात सामने आई तो उनके परिवार में हलचल पैदा हो गई. और उन्होंने पंच मंदिर को अपना पूजा घर बता कर कब्ज़ा कर लिया है। अब मंदिर में पूजा अर्चना, कार्य प्रयोजन के लिए मनमानी वसूली की जा रही है। समिति इस कब्जे से मुक्ति के लिए उपायुक्त महोदय को आवेदन दिया हैं. अब जल्द ही जाँच पड़ताल करते हुए करवाई की जायेगी। राधाकृष्ण पंच मंदिर हिन्दूओं का शान,जान है। पुजा समिति ने सभी जनता से आग्रह किया कि इस प्राचीन और धरोधर पंच मंदिर को लूटने से बचाया जाय।