बेहतर महिला कॉलेज क्षेत्र की बड़ी शैक्षणिक जरूरत, सांस्थानिक विकास से ही बदलेगी तस्वीर
बेटा-बेटी के उच्च शिक्षा के लिए खोलने होंगे बड़े संस्थान : संजय मेहता
शिक्षा, स्वास्थ्य के मसले पर गंभीर होना होगा : भुनेश्वर यादव
संवाददाता : चौपारण
जनसंवाद यात्रा के माध्यम से लगातार जनमुद्दों की भी आवाज बुलंद की जा रही है। शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, अंचल कार्यालय के करप्शन, अफसरशाही के खिलाफ भी आवाज को धार दिया जा रहा है। जनसंवाद यात्रा के तहत बारा चौक, चौपारण में नुक्कड़ सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान संजय मेहता ने संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा समाज के विकास का बुनियादी आधार है। यह बेहद चिंता का विषय है कि बरही विधानसभा क्षेत्र के अंदर अच्छे शैक्षणिक संस्थान नहीं हैं। उच्च शिक्षा को लेकर इस इलाके में बेहतर माहौल नहीं है। बेटी, बहनों के लिए महिला कॉलेज नहीं है। बिना शिक्षा की बुनियाद को मजबूत किये बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का संकल्प पूरा नहीं हो सकता।
श्री मेहता ने कहा कि स्कूली शिक्षा के बाद एक बड़ी आबादी का पलायन महानगरों की तरफ हो जा रहा है। हमारी पहचान सिर्फ सस्ता श्रम उपलब्ध कराने की रह गयी है। हम जब तक अपने शैक्षणिक संस्थान अपने इलाके में नहीं स्थापित करेंगे हमारी पीढ़ियाँ उच्च शिक्षा से वंचित होती रहेंगी। जो परिवार सम्पन्न नहीं हैं, जिनके पास आर्थिक संपन्नता नहीं है, नगरों, महानगरों का खर्च उठाने का सामर्थ्य नहीं है उनके बच्चे कैसे पढ़ पाएंगे उनके बारे में भी हमें सोचना होगा। समाज में जो लोग हाशिए पर खड़े हैं उनकी भी चिंता करनी होगी। हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र हो, चतरा लोकसभा क्षेत्र हो या बरही विधानसभा क्षेत्र हो या झारखंड के अन्य पिछड़े इलाके हों हर जगह शैक्षणिक स्थिति की हालत चिंताजनक है।
संजय मेहता ने कहा कि यदि जनप्रतिनिधि, सरकार शैक्षणिक संस्थानों को स्थापित करने में विफल हैं तो इसमें जनभागीदारी करनी होगी। और जनसहयोग से ट्रस्ट संस्था बनाकर अपने संस्थान खड़े करने होंगे। नेताओं के भरोसे बैठे रहने का नतीजा है कि संयुक्त बिहार से लेकर अलग राज्य के 22 साल बाद भी हमारे इलाके में अच्छे कॉलेज नहीं खुल पाए। संजय मेहता ने आह्वान किया कि सबको मिलकर अपनी पीढ़ियों को शिक्षित करने का बीड़ा उठाना होगा। भुनेश्वर यादव ने कहा कि बुनियादी मसलों पर सबको गंभीर होना होगा। शिक्षा, स्वास्थ्य जनता के बुनियादी मसले हैं। इन विषयों पर ठोस पहल किये जाने की जरूरत है। हालांकि हमें ठगकर ऐसा नहीं किया जा रहा। नेताओं की इन चालाकी को समझना होगा। नेताओं ने इस इलाके के साथ छल किया है।
बच्चों की उच्च शिक्षा का ख्याल इस इलाके में नहीं रखा गया है। श्री यादव ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि इसकी आवाज बुलंद की जाए। आइए हम सब मिलकर सम्पूर्ण विकास के संकल्प का एक आवाज बुलंद करें। उन्होंने यह भी कहा कि अब स्थानीय प्रतिनिधि की जरूरत है जो क्षेत्र का कल्याण कर सकें। जिनलोगों को इस माटी से लगाव नहीं है उन्होंने छल करके हमारी पीढ़ियों को बर्बाद कर दिया है। इस अवसर पर नुक्कड़ सभा में जितेंद्र सिंह उर्फ कोठारी सिंह, अशिष सिंह, श्याम दांगी, शेखर सिंह, महेन्द्र सोनी, नकुल पोद्दार, महावीर पोद्दार, दयानंद सोनी, मनोहर साहु उर्फ अरूण साह, लेखराज साव, विजय प्रसाद, रामजीवन सिंह, त्रिभुवन साव, सुधिर दांगी आदि उपस्थित थे।