ट्वीट करते ही मामले को संज्ञान में लिया देवघर उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने
विधवा पेंशन योजना से वंचित 8 साल बाद जगी महिला की उम्मीद
कुमार सौरभ मोहनपुर
मोहनपुर प्रखंड कार्यालय के अधिकारियों की लापरवाही से अब तक विधवा पेंशन योजना से थी वांछित
मोहनपुर: एक कहावत तो सुना ही होगा देर है पर अंधेर नहीं यह मामला प्रखंड के बीचगढा पंचायत के महियामो गांव का है। बताते चलें कि रिपब्लिक नेशन अखबार में समाचार संकलन के दौरान इस खबर को प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था। कलावती देवी ने स्थानीय प्रशासन की बात पर भरोसा करना छोड़ दी थी। उनका कहना है कि पति की मृत्यु मनरेगा सिंचाई कुआं खोदने के दौरान 6 मई 2013 को हो गया था। जिसके दौरान तत्कालीन प्रखंड विकास पदाधिकारी के अलावा मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी स्थानीय मुखिया व डीडीसी के निर्देश उस वक्त घटनास्थल पर आए थे। वह सभी प्रकार के आश्वासन सरकारी लाभ मृतक के परिजनों को मुआवजा मृतक के पत्नी को विधवा पेंशन आवास के अलावा सभी प्रकार की सुविधा देने का आश्वासन दिया था। लेकिन एक भी आश्वासन पूरा नहीं होने से वह परेशान थी पेंशन के लिए उन्होंने कई बार प्रखंड विकास पदाधिकारी अंचलाधिकारी जनप्रतिनिधि के मुखिया तक को आवेदन दिया गया था।
सबसे हैरत की बात यह है कि –
मोहनपुर प्रखंड कार्यालय में कलावती देवी ने विधवा पेंशन के लिए दर्जनों बार कार्यालय में आवेदन पत्र दिए। पर अधिकारियों की लापरवाही की वजह से विधवा पेंशन योजना से लाभ वांछित रह जाते थे।
कैसे जगी महिला की उम्मीद –
बताते चलें कि देवघर उपायुक्त जिला दंडाधिकारी श्री मंजूनाथ भजंत्री के निर्देश पर इन दिनों वैसे योग्य लाभुक जो किन्ही कारणों से सरकारी पेंशन योजना से लाभ नहीं मिल पा रहे हैं। उन्हें पेंशन सूची जोड़ने का काम किया जा रहा है। इस बात को सुनते ही महिला ने स्थानीय लोगों के माध्यम से चंपई सोरेन एवं चंदन राज के ट्वीट के माध्यम से देवघर उपायुक्त को ट्वीट कर दिया गया।
उपायुक्त बिना देर किए मामले को संज्ञान में लेते हुए संबंधित अधिकारी को निर्देश दिया गया कि इन्हें तुरंत पेंशन योजना का लाभ देने का निर्देश दिया गया।
ट्वीट करते ही तुरंत मामले को लिया गया संज्ञान में
देवघर उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजंत्री को ट्वीट करते हैं मामले को तुरंत संज्ञान में लेते हुए संबंधित स्थानीय अधिकारी को निर्देश दिया गया।