देवघर में मलेरिया कीटनाशी छिड़काव के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
आज दिनांक 01.06.2022 को डाॅ0 सी.के. साही, असैनिक शल्य चिकित्सक-सह- मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, देवघर एवं अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, डाॅ0 युगल किशोर चौधरी की संयुक्त अध्यक्षता में राष्ट्रीय वैक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत मलेरिया के रोकथाम हेतु मलेरिया कीटनाशी छिड़काव (इंडोर रेसीडूवल स्प्रै – आई.आर.एस) 2022 (डी.डी.टी. – 50 प्रतिशत) से अच्छादित करने हेतु सदर अस्पताल सभागार, देवघर में मलेरिया कीटनाशी छिड़काव के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
यह एक दिवसीय प्रशिक्षण जिला भी0बी0डी0 पदाधिकारी, डाॅ0 सिंह आलोक कुमार तथा जिला भी0बी0डी0 सलाहकार – डाॅ0 गणेश कुमार यादव द्वारा पी.पी.टी. के माध्यम से विस्तृत रूप में प्रशिक्षण दिया गया।
जिसमें जिले के सभी आठ सी0एच0सी0 के एम.टी.एस., एस.आई., एस.डब्लू., एम.पी.डब्लू., चिन्हित एच.एस.सी. की ए.एन.एम. एवं चिन्हित गांव की सहिया को मिलाकर कुल 65 कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया। ये लोग प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत छिड़काव कर्मियों को प्रशिक्षित करते हुए गुणवत्तापूर्ण (डी.डी.टी. 50 प्रतिशत) से छिड़काव कराना सुनिश्चित करेंगे ताकि आनेवाले मौनसून के दौरान मलेरिया आदि के मच्छरों पर नियंत्रण पाया जा सके। जो प्रखण्ड स्तर पर छिड़काव कार्य संपादन करेंगे।
इसके लिए चयनित जिले के कुल छः सी.एच.सी. (जसीडीह, मोहनपुर, सारवां, पालाजोरी, मधुपुर एवं देवीपुर) के अंतर्गत 16 एच.एस.सी. के 18 गांव, जिसमें लगभग 9806 घरों में कीटनाशी छिड़काव (आई.आर.एस.) किया जाना है। जिसके लिए कुल लक्षित जनसंख्या लगभग 13941 है।
यह छिड़काव दो चरणों में संपादित किया जाएगा। प्रथम चरण जून मे तथा 75 दिनों के अंतराल के बाद द्वितीय चरण माह अगस्त- सितम्बर में होगी। मानसून सत्र शुरू होने के पहले तथा मानसून सत्र के दौरान मलेरिया कीटनाशी छिड़काव किया जाता है। यह पूर्णतः तकनिकी मापदंडों के अनुरूप किया जाने वाला कार्य है। जिसमें सभी तकनिकी मापदंडों की जानकारी दिया गया। विगत वर्ष 2019, 2020 एवं 2021के दौरान मलेरिया धनात्मक पाए गए कुल 18 गांवों में यह छिड़काव भी.एच.एस.सी. के सहयोग से संपादित किया जाना है।
साथ ही इन सभी को *माह जून को “मलेरिया रोधी माह” एवं “डेंगू जागरूकता माह”* के रुप में राज्य मुख्यालय के निर्देशानुसार मनाए जाने हेतु निर्देशित किया गया। जिसके तहत् ग्राम गोष्ठी, संध्याकालीन चौपाल, रैली आदि आयोजित करते हुए ग्रामीणों के बीच जन-जागरूकता के माध्यम से लोगों को इससे बचाव, रोकथाम, सर्विलेंस, जांच एवं ईलाज आदि करने के बारे में विस्तार से बाताने हेतु कहा गया। इन सबको प्रशिक्षण के दौरान विस्तार से बताया गया और कहां गया है कि सात दिनों के जमें पानी को सुखाकर “ड्राय डे” मनाने के लिए ग्रामीणों को प्रेरित करना है, शाम के समय धुआं करना, मच्छर रोधी क्रीम लगाने, मच्छर अगरबत्ती जलाने, क्वायल जलाने, पूरे बदन को ढकने वाले कपड़े पहनने, मच्छरदानी लगाकर सोने, घर के दरवाजे -खिड़की बंद रखने या मच्छर रोधी जाली लगाने, कुआं, चापानल आदि के पास तथा अन्य जगहों में जमें जल में जला हुआ मोबिल या किरासन तेल आदि डालने, गड्ढे को भरने तथा घर के आसपास या छत पर प्रयोग में ना आने वाले बर्तनों, टायर आदि ना रखें एवं घर में कूलर, बाल्टी, फूलदान, फ्रिज ट्रे में पानी जमा नहीं होने दें तथा टूटे हुए बर्तन, प्रयोग में नहीं आने वाली बोतलें, टीन, बेकार के टायरों को जमा ना रखें, क्योंकि बारिश के मौसम में इन्हीं में पानी जमा होता है, जिसमें मच्छर पनपते हैं, आदि कार्यों करने हेतु प्रेरित करने के लिए बताया गया।
कोई भी बुखार मलेरिया हो सकता है अतएव तुरंत अपने नजदीकी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर नि:शुल्क जांच कराने एवं धनात्मक पाए जाने पर निःशुल्क और पूर्ण ईलाज करवाने के लिए प्रेरित करने हेतु बताया गया तथा धनात्मक की सूचना तत्काल संबंधित सीएससी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के माध्यम से जिला मुख्यालय को दिया जाना है। ताकि उस क्षेत्र में मलेरिया रोधी निरोधात्मक कार्य यथाशीघ्र संपादित कराते हुए मलेरिया के आउटब्रेक्स को तत्काल रोकने में सहायक कदम उठाया जा सके। जानकारी हो कि मलेरिया को वर्ष 2018 में अधिसूचित बीमारी घोषित किया गया है जिसके तहत यदि मलेरिया धनात्मक की सूचना तत्काल नहीं देने पर आईपीसी की धारा 188 के अंतर्गत दंड का प्रावधान किया गया है।
इसमें सभी को एक्टिव सर्विलेंस, पैसिव सर्विलेंस, सेंटिनल सर्विलेंस और केस बेस्ट सर्विलेंस के बारे में विस्तार से बताया गया। ताकि सभी वेक्टर जनित रोगों पर यथासंभव तुरंत नियंत्रण पाया जा सके और देवघर जिला को मलेरिया मुक्त जिला बनाने में अहम योगदान दिया जा सके।
इस उपलक्ष्य पर निम्नलिखित जिला स्तरीय चिकित्सा पदाधिकारी एवं कर्मीगण उपस्थित रहे –
1. सिविल सर्जन, देवघर – डाॅ0 सी.के. शाही।
2. अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, देवघर – डाॅ0 जूगल किशोर चौधरी।
3. जिला भी0बी0डी0 पदाधिकारी -सह-
जिला आर0सी0एच0 पदाधिकारी, देवघर – डाॅ0 सिंह आलोक कुमार
4. जिला भी0बी0डी0 सलाहकार, देवघर – डाॅ0 गणेश कुमार यादव।
5. जिला कार्यक्रम प्रबंधक, देवघर – श्री नीरज कुमार भगत।
6. जिला लेखा प्रबंधक, देवघर – श्री ब्रजेश कुमार झा।
7. एफ.एल.ए.- श्री रवि सिन्हा
8. डी.ई.ओ. – श्री कांग्रेस मंडल एवं अन्य