रक्तदान को महादान समझते हैं युवा व समाजसेवी- प्रेसिडेंट अजहर आलम
झारखंड स्टूडेंट यूनियन के छात्र लगातार कर रहे है रक्तदान – सीनियर इंचार्ज सैयद अबकर
रक्तदान से बड़ा कोई धर्म नहीं है – इमरान खान
संवाददाता-हंसराज चौरसिया
राँची/झारखंड- जरूरतमंद लोगों के बीच शहर के कई ऐसे समाजसेवी और छात्र संगठन है जो अपना खून देकर किसी की जान बचाने में अहम भूमिका निभाते है। इनको सिर्फ मालूम यह हो जाए कि कोई भी व्यक्ति किसी गंभीर बीमारी व रक्त की कमी से उसकी जान जा सकती है उनकी मदद व ब्लड देने में पीछे नहीं हटते हैं। वही राजधानी राँची के सबसे प्रचलित छात्र संगठनों में से एक झारखंड स्टूडेंट यूनियन के द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन लगातार किया जाता है। जिसमें लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं। वही झारखंड स्टूडेंट यूनियन के प्रेसिडेंट अजहर आलम यह मानना हैं कि रक्तदान से बढ़कर कोई दान नहीं है। यह पुण्य काम है।
वही झारखंड स्टूडेंट यूनियन के सेक्रेटरी इमरान खान के बारे में लोगों ने बताया की उन्हे अगर पता चल जाए कि किसी व्यक्ति को खून की कमी हो गई है तो उसकी मदद के लिए वहां पहुंच जाते है और अपने स्तर से पूरी तरह से मदद करते है। इसी प्रकार कई और लोग भी है जो मदद में आगे रहते है।वहां पहुंच जाते है और पूरी तरह से मदद करते हैं। चाहे वह बाढ़ विभिषिका में लोगों के समक्ष खाने-पीने की किल्लत हो गई हो या विभिन्न बीमारियों से ग्रसित हैं उन्हें ब्लड की कमी हो गई है ऐसे लोगों की जिदगी बचाने में वे बढ़ चढ़कर भाग लेते हैं।
वही सीनियर इंचार्ज सैयद अबकर ने कहा की रक्त की आवश्यकता सभी को होती है। दानदाताओं द्वारा दिया जाने वाला रक्त किसी की जिदगी बचा सकता है। प्रत्येक व्यक्ति को इस सोच के साथ आवश्यकता पड़ने पर रक्तदान करना चाहिए।