2 साल से खराब पड़ा है जलमीनार , जिस नल में पानी नही है उस पर जल मीनार क्यों : ग्रामीण
संजय गोस्वामी
फतेहपुर –
फतेहपुर प्रखण्ड क्षेत्र के अंतर्गत पंचायत खामारवाद ग्राम गुलुडूमरिया में यहाँ पर हर घर जल नल योजना का सीधा मजाक उड़ाया जा रहा है, 2 साल से जलमीनार खराब पड़ा है । कुल लगभग 60 घरों की आबादी है, और चापाकल भी खराब पड़ा हुआ है। पीने के पानी के लिए बहूत ही दिक्कत हो रही है। पहले से ही बोरिंग है, वहाँ पर पानी नही निकलता है। जोंकि जलमिनार से 150 मीटर की दुरी पर बोरिंग है। पर पानी कम सप्लाई होता है। दुसरा जगह मे बोरिंग करने से पानी निकल सकता है। ऐसा हम नही कह रहे है, बल्कि यह आरोप ग्रामीणों ने संवेदक और विभाग पर लगाया है, हर घर जल नल योजना में कार्य कर रही संवेदक के द्वारा वैसा नल में जल मीनार लगाया गया था जहाँ पर पानी नही है। ग्रामीणों के द्वारा पानी नही होने की बात की जानकारी गिड़गिड़ाते हुए दिया गया, लेकिन जल मीनार लगाने वालों का बात ही क्या। ग्रामीणों ने कहा की यहाँ पर बोरिंग की आवश्यकता है ,क्यों की पानी नही है।
लेकिन जल मीनार लगाने वालों ने कहा की अभी ऊपर से बोरिंग का आदेश नही है कहते हुए बिना पानी वाला नल मे जलमिनार लगा दिया गया था। अब बेचारे भोले भाले ग्रामीणों को क्या पता है कि बोरिंग का आदेश है भी या नही, वर्तमान हालात को देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा है की आखिर ग्रामीणों से ऐसा शोभा की वस्तु को भेंट का फायदा ही क्या । अब कौन सा आदेश की बात संवेदक कर रहे थे। ये वहीं जान सकते है, फिलहाल यहाँ पर लगा लाखों रुपये की लागत से बनी उक्त जल मीनार जो की सिर्फ शोभा की वस्तु बन कर ग्रामीणों के समक्ष खड़ा है।
अब क्या सच क्या झुट वे जांच के बाद ही साफ हो सकता है। खैर बात कुछ भी हो लेकिन वर्तमान में हर घर जल नल योजना जो सरकार चला रही है । इस योजना को धरातल में सही रूप से उतारा जा रहा है या नही जिस संवेदक के द्वारा कार्य किया गया है । वो सिर्फ कागज में है की धरातल में भी है इस बात की जांच संबंधित विभाग के अधिकारी को तत्परता दिखानी होगी। वर्तमान हालात तो संवेदक मस्त और जनता पस्त होता नजर आ रहा है। अगर यह कहना सही नही है। और अधिकारी अगर क्षेत्र मे जांच सही रूपेण कर रहे होते तो आज यहाँ की जनता को पानी के लालविन्त होना नहीं पड़ता ।
अब सबसे बड़ी ये सवाल खड़ी हो रही है कि आखिर संवेदक इस तरह लापरवाही का कार्य कर रहे है और विभाग अभी तक मौनधारण किए हुए है ।अखिर बात क्या है क्या विभाग ऐसे लापरवाह संवदेक या कहें लापरवाह अधिकारियों के ऊपर कोई ठोस कदम उठाती है या नही ये तो आने वाला समय ही बता सकता है। मौके पर कालू राणा एंव ग्रामीण उपस्थित थे ।