बंगाल में ‘द केरल स्टोरी’ बैन के बाद सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई आज
एजेन्सी
नई दिल्ली- अब से कुछ देर बाद सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई होने वाली है । आपको बताते चलें कि शुक्रवार को फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ पर पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सरकार और तमिलनाडु में इसके प्रदर्शन पर प्रतिबंध के खिलाफ चुनौती देने वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट अहम सुनवाई करेगा। जबकि फिल्म निर्माताओं की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे ने भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष याचिका का उल्लेख किया। जानकारी यह भी है कि बुधवार को फिल्म निर्माता की ओर से वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे ने प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष मामले का जिक्र किया। साल्वे ने कहा था कि पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु सरकार ने फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगा दी है। कोर्ट मामले पर जल्दी सुनवाई कर ले। साल्वे की दलील पर जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि हाई कोर्ट के अंतरिम रोक लगाने से इन्कार करने के खिलाफ दाखिल याचिका पर 15 मई को सुनवाई होनी है क्यों न उसी के साथ इस याचिका को भी 15 मई को सुनवाई पर लगा दिया जाए। लेकिन साल्वे ने जल्दी सुनवाई का अनुरोध करते हुए कहा कि निर्माता को रोजाना कमाई का नुकसान हो रहा है। उनके अनुरोध को स्वीकार करते हुए पीठ ने याचिका को 12 मई को सुनवाई पर लगाने की मंजूरी दे दी थी । वही भारतीय जनता पार्टी ने यह दावा किया है कि देश के किसी भी दूसरे राज्य के मुकाबले बंगाल में सबसे अधिक लड़कियां लापता हुई हैं। केरल स्टोरी में दिखाया गया है कि किस तरह से वहां कई हजार लड़कियां लापता हुई हैं जिनका धर्म बदलकर उनके साथ बर्बरता की गई। इसी को आधार बनाकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने एक आंकड़ा डाला है। क्राइम रिकार्ड्स ब्यूरो के आंकड़े को साझा करते हुए मजूमदार ने कहा कि बंगाल में वर्ष 2016 से 2020 के दौरान सबसे अधिक एक लाख 43 हजार 102 लड़कियां लापता हैं जबकि तमिलनाडु में 53 हजार 780 लड़कियां लापता हैं।